पशु नस्ल सुधार योजना राजस्थान : ऑनलाइन आवेदन, दस्तावेज व पात्रता जानें - 70 रुपए में पैदा होगी उच्च नस्ल की बछड़ी!
Rajasthan Pashu Nasal Sudhar Yojana 2025 - नमस्कार दोस्तों, अगर आप भी किसान या पशुपालक है और आपके पास भी गाय है लेकिन आप अच्छी नस्ल की गाय लाने के बारे में सोच रहें है तो रुको, में आपको राजस्थान सरकार द्वारा पशु नस्ल सुधार करने से जुडी नई योजना लेकर के आया हूँ, जो हाल ही में 16 अगस्त 2025 को शुरू की गई है इस योजना को मुख्य रूप से प्रदेश में सरकार ने पशुपालकों के लिए पशु नस्ल सुधार करने के लिए बनाया है.

पशु नस्ल सुधार योजना राजस्थान के तहत पशुपालक अच्छी नस्ल की बछड़ी के जन्म के लिए 75 प्रतिशत अनुदान पर पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान करवा सकेंगे. राजस्थान सरकार ने पशु नस्ल सुधार योजना की तहत इस साल प्रदेशभर में 10 लाख से अधिक पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान करवाने का लक्ष्य रखा गया है. योजना के पहले चरण में 1.60 लाख कृत्रिम गर्भाधान के टीके खरीदकर पशुपालन विभाग को सप्लाई किए जा चुके हैं.
पशु नस्ल सुधार योजना राजस्थान क्या है ?
जैसा योजना के नाम से ही पता चल रहा है की यह एक पशुपालकों के पशुओ (गाय व भैंस) के लिए बनाई गई एक योजना है जिसका मुख्य उदेश्य पशुओं की नस्ल में सुधार करना है. Rajasthan Pashu Nasal Sudhar Yojana 2025 के तहत कृत्रिम गर्भाधान के टीके उपलब्ध करवाए जायेगें, यानि पशुपालक अच्छी नस्ल की बछड़ी के जन्म के लिए 75 प्रतिशत अनुदान पर पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान करवा सकेंगे.
पशु नस्ल सुधार योजना राजस्थान में गाय और भैंस दोनों को शामिल किया गया है. लेकिन आपको बता दूँ, इस योजना का लाभ पहले आओ पहले पाओ के आधार पर ही दिया जाएगा, यानि जो पहले आवेदन करेगा, उसे ही लाभ मिलेगा. सरकार द्वरा कृत्रिम गर्भाधान के टीके की कीमत 280 रुपए तय की गई है, लेकिन पशुपालकों को अनुदान मिलने के बाद यह मात्र 70 रुपए में मिलेगा. इस टीके से केवल बछड़ी का ही जन्म होगा.
Rajasthan Pashu Nasal Sudhar Yojana 2025 - Key Details
योजना का नाम | Rajasthan Pashu Nasal Sudhar Yojana 2025 |
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इनके द्वारा शुरू की गई | पशुपालन विभाग द्वारा |
कब शुरू की गई | 16 अगस्त 2025 |
उदेश्य | पशुओं की नस्ल में सुधार करना |
लाभार्थी | राज्य के पशुपालक |
लाभ | कृत्रिम गर्भाधान के टीके पर 75% अनुदान |
कृत्रिम गर्भाधान के टीके की कीमत | कृत्रिम गर्भाधान के टीके 280 रुपए पर अनुदान के बाद मात्र 70 रूपये में मिलेगा |
नोडल विभाग | पशुपालन विभाग, राजस्थान सरकार |
योजना का लक्ष्य | वित्तीय वर्ष में 10 लाख पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान करवाना |
आवेदन प्रकिया | ऑनलाइन भारत पशुधन एप्प द्वारा |
Official Website | https://animalhusbandry.rajasthan.gov.in/ |
App Download | Download |
राजस्थान पशु नस्ल सुधार योजना 2025 का उदेश्य
राजस्थान सरकार द्वारा पशुओं की नस्ल में सुधार करने के उदेश्य से पशु नस्ल सुधार योजना 2025 की शुरुआत की गई है इस योजना के तहत पशुपालको को कृत्रिम गर्भाधान वाले टिके कम कीमत मी उपलब्ध करवाए जायेगें. राजस्थान सरकार द्वारा इस योजना के तहत कृत्रिम गर्भाधान के टीके पर 75% अनुदान दिया जाएगा. National Dairy Development Board के जरिए देशभर के पशु चिकित्सालयों में गाय और भैंस की बछड़ी को जन्म देने वाले टीके सप्लाई करवाए जा रहे हैं. ये टीके चेन्नई तमिलनाडु स्थित प्लांट में तैयार किए जाते हैं और विशेषज्ञों की निगरानी में सॉर्टेड किए जाते हैं, जिनसे केवल मादा पशु का ही जन्म होता है.
वित्तीय वर्ष में 10 लाख पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान करवाने का लक्ष्य
राजस्थान सरकार द्वारा पशु नस्ल सुधार योजना 2025 के तहत इस साल राज्य के सभी जिलो में 10 लाख पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान करवाने का लक्ष्य रखा गया है. योजना के तहत पहले चरण में 1.60 लाख कृत्रिम गर्भाधान के टीके खरीदकर पशुपालन विभाग को सप्लाई किए जा चुके हैं.
पशुपालकों को मिलेगा कृत्रिम गर्भाधान के टीके पर 75% अनुदान
राजस्थान पशु नस्ल सुधार योजना 2025 के तहत पशुपालक अच्छी नस्ल की बछड़ी के जन्म के लिए 75 प्रतिशत अनुदान पर पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान करवा सकेंगे. कृत्रिम गर्भाधान के टीके की कीमत 280 रुपए निर्धारित की गई है, लेकिन योजना के तहत पशुपालकों को अनुदान छुट के बाद सिर्फ 70 रुपए में यह टिका मिलेगा. इस टीके से केवल बछड़ी का ही जन्म होगा. वहीं निजी पशुचिकित्सक इसी तरह के टीकों के 500 से 700 रुपए तक ले रहे हैं.
राजस्थान पशु नस्ल सुधार योजना के लिए पात्रता मापदंड
- आवेदक राजस्थान का मूल निवासी होना चाहिए.
- सिर्फ पशुपालकों को इस योजना का लाभ दिया जायेगा.
- योजना के तहत पहले आओ पहले पाओ का नियम लागु किया गया है.
- आवेदक के पास गाय या भैंस होनी चाहिए.
- योजना में देशी गोवंश की दो प्रजातियां गिर और थारपारकर तथा विदेशी गोवंश की जर्सी और होलिस्टन नस्ल शामिल की गई हैं.
- भैंस की नस्ल में केवल मुर्रा नस्ल को शामिल किया गया है.
- टीकाकरण के ढाई महीने बाद गर्भ परीक्षण और 9 माह बाद बछड़े या बछड़ी के जन्म की सूचना भी ऐप पर दर्ज करना अनिवार्य है.
पशु नस्ल सुधार योजना के लिए जरुरी दस्तावेज कागजात
- आवेदक का आधार कार्ड
- जन आधार कार्ड
- मोबाईल नंबर
राजस्थान पशु नस्ल सुधार योजना के लिए आवेदन की प्रकिया / How to Apply
पशु नस्ल सुधार योजना की लिए पशुपालन विभाग ने भारत पशुधन एप विकसित किया है. इस पर टीकाकरण के बाद संबंधित पशुचिकित्सक को रिकॉर्ड अपडेट करना जरूरी होगा. टीकाकरण के ढाई महीने बाद गर्भ परीक्षण और 9 माह बाद बछड़े या बछड़ी के जन्म की सूचना भी ऐप पर दर्ज करना अनिवार्य है.
Latetst Update - पशुपालन विभाग के अधिकारीयों द्वारा दी गई जानकारी
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. राजेंद्र कृष्ण काला ने बताया कि सीकर जिले को पहले चरण में 4300 पशुओं का टीकाकरण कराने का लक्ष्य दिया गया है. पहले चरण पूरा होने के बाद विभाग को मुख्यालय से मांग के अनुसार कृत्रिम गर्भाधान के टीके उपलब्ध करवाए जाएंगे.
पशुपालन विभाग सीकर के गोपालन प्रभारी डॉ. दिनेश नहरा के अनुसार गाय के दूध की उपयोगिता को देखते हुए प्रदेश में गोवंश की नस्ल सुधार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. योजना में देशी गोवंश की दो प्रजातियां गिर और थारपारकर तथा विदेशी गोवंश की जर्सी और होलिस्टन नस्ल शामिल की गई हैं. भैंस की नस्ल में केवल मुर्रा नस्ल को शामिल किया गया है.
Rajasthan Pashu Nasal Sudhar Yojana 2025 Important Links
Action Name | Action Links |
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पशुपालन विभाग, राजस्थान सरकार | https://animalhusbandry.rajasthan.gov.in/ |
दिशानिर्देश | Check Hare |
होम पेज | Click Hare |
दोस्तों आपको मेने इस आर्टिकल में राजस्थान सरकार द्वारा शुरू की गई पशु नस्ल सुधार योजना राजस्थान के बारे में बताया है जिससे आप योजना के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करके लाभ उठाने के लिए आवेदन कर सकते है. अगर आपको इस आर्टिकल में दी गई पशु नस्ल सुधार योजना राजस्थान से जुडी जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को अपने सभी दोस्तों के साथ में जरुर शेयर करें.